Christmas की रात का का काला सच: The Legend of Krampus

Christmas की रात का खौफ: The Legend of Krampus

Christmas… यह नाम सुनते ही हमारे दिमाग में खुशियों, रोशनी, और तोहफों से भरे पल उभरते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस त्योहार से जुड़ी एक खौफनाक कहानी भी है, जो आपके रोंगटे खड़े कर देगी?Christmas: Its Origin, History, and Meaning - Guideposts

यह कहानी सैम की है, जो सिर्फ 11 साल का लड़का था, लेकिन उसकी एक रात ने उसे जिंदगी का सबसे बड़ा सबक सिखाया।


सैंटा से मिलने की चाहत या एक भयानक रात की शुरुआत

सैम टोरंटो, कनाडा में रहता था। वह एक होनहार बच्चा था, लेकिन उसके घमंड ने उसे एक असंवेदनशील इंसान बना दिया था। उसने Christmas के लिए सैंटा से अपने पसंदीदा एक्शन फिगर की मांग की थी।

पर इस बार सैम कुछ और चाहता था—सैंटा को अपनी आंखों से देखना। Christmas Eve की रात, जब सब सो रहे थे, सैम ने किचन के कैबिनेट में छिपकर सैंटा का इंतजार करने का प्लान बनाया।


बजती घंटियां और अजीब सी आहट

रात के 12:30 बजे, जब पूरे घर में सन्नाटा था, सैम ने दूर से घंटियों की आवाज सुनी। वह उत्साहित था। “शायद यह सैंटा के रेनडियर की घंटियां हैं,” उसने सोचा।

पर फिर चिमनी से अजीब सी आवाजें आने लगीं। उसने देखा, चिमनी से उतरने वाले पैर इंसानी नहीं, बल्कि किसी जानवर जैसे थे।


Krampus का खौफनाक आगमन

सैम के सामने एक डरावना क्रीचर प्रकट हुआ। उसके सिर पर बड़े सींग, सांप जैसी जीभ, और खुरों वाले पैर थे।

यह Krampus था—Christmas का खौफनाक रक्षक।

Krampus ने अपने हाथ में सुलगती हुई लकड़ी की छड़ी पकड़ी हुई थी। उसने सैम को कैबिनेट में छुपे हुए देख लिया।


Krampus की सजा

सैम भागा, लेकिन Krampus ने उसे पकड़ लिया। उसने सैम के हाथ पर वह गरम छड़ी रख दी। सैम दर्द में चिल्ला रहा था, लेकिन उसकी आवाज किसी को सुनाई नहीं दे रही थी।

सैम को दौरे पड़ने लगे और वह बेहोश हो गया।


सैम का बदलाव और सच्चाई का सामना

अगले दिन सैम अस्पताल में उठा। उसके हाथ पर पट्टी बंधी थी। घरवालों ने सोचा कि वह फायरप्लेस में खेलते हुए जल गया।

लेकिन सैम को पता था कि उस रात क्या हुआ था। उसने इंटरनेट पर Krampus के बारे में पढ़ा और जाना कि Krampus उन बच्चों को सजा देता है जो दूसरों को परेशान करते हैं।

उसने उसी दिन तय किया कि वह अपने व्यवहार में सुधार करेगा।


Krampus: एक चेतावनी

Krampus की कहानी सिर्फ एक डरावनी घटना नहीं है। यह हमें याद दिलाती है कि हमारे कर्मों का असर हमेशा हमारे जीवन पर पड़ता है।

तो अगली बार Christmas Eve की रात, जब आप घंटियों की आवाज सुनें, ध्यान दें। हो सकता है, वह आवाज सैंटा के रेनडियर की न होकर Krampus के आगमन की हो।

शरारती Shin-chan की Story: एक एक्सीडेंट, एक मां की यादें

Exit mobile version