ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म Unacademy के अधिग्रहण की खबरें जोरों पर हैं। Allen Career Institute, जो कोटा स्थित एक ऑफलाइन टेस्ट प्रेप सेंटर है, Unacademy को $800 मिलियन (लगभग ₹6,600 करोड़) में खरीदने की तैयारी कर रहा है।
इस डील के बाद, Unacademy की वैल्यूएशन में भारी गिरावट आई है। कभी $3.4 बिलियन (₹28,000 करोड़) की वैल्यूएशन पर काम करने वाली Unacademy अब $800 मिलियन (₹6,600 करोड़) के लिए तैयार हो रही है।
यह सौदा भारतीय एडटेक सेक्टर में बड़ी हलचल मचा सकता है, खासकर ऐसे समय में जब Byju’s जैसे बड़े खिलाड़ी वित्तीय संकट और कर्ज के मुद्दों से जूझ रहे हैं।
क्या है डील का ताजा अपडेट?
1. महीनों से चल रही है बातचीत
इस डील को लेकर Economic Times की रिपोर्ट में कहा गया है कि Unacademy और Allen के बीच यह बातचीत कई महीनों से चल रही है।
रिपोर्ट के अनुसार, दोनों कंपनियों के बीच चल रही बातचीत के केंद्र में महेश्वरी परिवार (Allen के प्रमोटर्स) हैं, जिनकी मंजूरी के बाद ही यह डील फाइनल होगी। इस सौदे में दोनों पक्षों के लिए इंवेस्टमेंट बैंकर्स की भूमिका भी महत्वपूर्ण रही है।
डील का मतलब क्या है?
1. $800 मिलियन की वैल्यू पर बिकेगी Unacademy
पहले जहां Unacademy की मार्केट वैल्यू $3.4 बिलियन (₹28,000 करोड़) थी, वहीं अब इसे $800 मिलियन (₹6,600 करोड़) की कीमत पर बेचा जा सकता है।
2. Unacademy के फाउंडर्स कंपनी छोड़ सकते हैं
डील के बाद Unacademy के को-फाउंडर्स गौरोव मुंजाल, रोमन सैनी और सुमित जैन कंपनी से बाहर हो सकते हैं। Unacademy के एक और को-फाउंडर हेमेश सिंह ने CTO पद छोड़कर एडवाइजरी भूमिका में आ गए थे।
3. Allen के लिए बड़ा मौका
Allen इस डील के जरिए अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म को मजबूत करना चाहता है और भविष्य में एक संयुक्त इकाई के रूप में IPO लॉन्च करने की योजना बना रहा है। Allen के लिए यह डील ऑनलाइन लर्निंग के क्षेत्र में अपनी मौजूदगी बढ़ाने का बड़ा अवसर है।
Unacademy की मौजूदा स्थिति
- कंपनी की वित्तीय स्थिति: Unacademy ने अपने नुकसान को कम करने में सफलता पाई है, लेकिन इसकी रेवेन्यू ग्रोथ फ्लैट रही है।
- कैश बैलेंस: रिपोर्ट के मुताबिक, Unacademy के बैंक खाते में अभी $160 मिलियन (₹1300 करोड़) नकद जमा है।
- ऑफलाइन पर जोर: पहले ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म के रूप में प्रसिद्ध Unacademy ने भी ऑफलाइन मॉडल पर शिफ्ट होना शुरू कर दिया है। यह कदम Byju’s के बाद एडटेक सेक्टर के नए रुझान का संकेत देता है।
डील का असर क्या होगा?
1. Unacademy के फाउंडर्स की विदाई
अगर यह डील सफल होती है, तो Unacademy के फाउंडर्स (गौरव मुंजाल, रोमन सैनी और सुमित जैन) कंपनी से बाहर हो जाएंगे।
2. Allen का डिजिटल विस्तार
Allen, जो कोटा की ऑफलाइन कोचिंग के लिए जाना जाता है, इस अधिग्रहण के जरिए अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म का विस्तार करना चाहता है। इसके बाद Allen की ऑफलाइन और ऑनलाइन लर्निंग की शक्ति एक हो जाएगी।
3. एडटेक सेक्टर का नया ट्रेंड
एडटेक सेक्टर में Unacademy और Byju’s जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स ने कोविड के दौरान शानदार ग्रोथ की थी। लेकिन अब जब महामारी खत्म हो गई है, ऑफलाइन एजुकेशन की मांग फिर से बढ़ रही है। इसीलिए Unacademy और Allen जैसे खिलाड़ी ऑनलाइन और ऑफलाइन का मेल कर रहे हैं।
Allen क्यों खरीदना चाहता है Unacademy?
1. डिजिटल प्लेटफॉर्म को मजबूत करना
Allen की सबसे बड़ी ताकत उसकी कोटा की ऑफलाइन कोचिंग है। लेकिन डिजिटल सेक्टर में इसकी मौजूदगी कम है। Unacademy के अधिग्रहण के बाद, Allen की डिजिटल क्षमता और मजबूत हो जाएगी।
2. IPO की योजना
Allen के प्रमुख निवेशक Bodhi Tree (जेम्स मर्डोक और उदय शंकर) का लक्ष्य है कि Allen को IPO के लिए तैयार किया जाए। इसीलिए Unacademy के अधिग्रहण के जरिए कंपनी की डिजिटल मौजूदगी बढ़ाई जा रही है।
3. Unacademy के कैश रिजर्व का उपयोग
Unacademy के पास $160 मिलियन (₹1300 करोड़) नकद बैलेंस है, जो इस डील के लिए आकर्षण का केंद्र है।
नेटिज़न्स की प्रतिक्रिया
इस अधिग्रहण की खबर के बाद, नेटिज़न्स और इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स के बीच तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कुछ लोग इसे एडटेक सेक्टर में बड़े बदलाव के रूप में देख रहे हैं, जबकि कुछ लोग इसे Unacademy की विफलता के संकेत के रूप में देख रहे हैं।
प्रतिक्रियाएं
- “अब ऑफलाइन और ऑनलाइन एजुकेशन का कॉम्बिनेशन देखने को मिलेगा।”
- “Unacademy की वैल्यू $3.4 बिलियन से $800 मिलियन पर आ गई, एडटेक सेक्टर का यही हाल है।”
- “Allen और Unacademy का मर्जर भारतीय शिक्षा क्षेत्र के लिए बड़ा गेम चेंजर हो सकता है।”