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मोबाइल चोरों का आतंक, यूपीआई के जरिए लाखों की ठगी

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बिलासपुर में भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मोबाइल चोरी की घटनाएं बढ़ रही हैं। हाल ही में मोबाइल चुराने वाले गिरोह के सदस्य पीड़ितों के यूपीआई खातों से रकम निकाल रहे हैं। इस तरह के कई मामले सामने आए हैं, लेकिन पुलिस की ओर से बेहद कम मामले दर्ज किए गए हैं।

शिक्षक के खाते से तीन लाख रुपये की ठगी

जूना बिलासपुर के निवासी और शिक्षक चेतनधर दीवान के मोबाइल चोरी होने के बाद उनके खाते से पांच बार में तीन लाख रुपये ट्रांसफर कर लिए गए। उन्होंने कोतवाली थाने में शिकायत की, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया। चेतनधर के अनुसार, उन्होंने दूसरा सिम लेने के बाद यह पाया कि यूपीआई के माध्यम से रकम किसी अन्य खाते में जा चुकी है।

भीड़ का फायदा उठाकर उड़ा मोबाइल, फिर बैंक खाते से पैसे गायब

दिवाली की शाम सिरगिट्टी के निवासी मनोज नामदेव के साथ भी ऐसी ही घटना घटी। वे खरीदारी के लिए बुधवारी बाजार गए थे, जहां भीड़ का फायदा उठाकर किसी ने उनका मोबाइल चुरा लिया। थाने में शिकायत करने पर पुलिस ने केवल गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की। जब मनोज ने नया सिम कार्ड एक्टिव किया, तब उन्हें यूपीआई से अपने बैंक खाते से पैसे ट्रांसफर होने का पता चला। शिकायत के बाद उन्हें साइबर सेल भेज दिया गया, लेकिन पुलिस ने अब तक कार्रवाई शुरू नहीं की है।

बाजार में सोनार के मोबाइल चोरी का मामला

सरजू बगीचा के रहने वाले सुभ्रजीत मंडल का मोबाइल बृहस्पति बाजार में चोरी हुआ। पुलिस ने उनकी शिकायत गुमशुदगी के रूप में दर्ज की। बाद में जब उन्होंने नया सिम एक्टिव किया, तो पता चला कि उनके बैंक खाते से 69 हजार रुपये ट्रांसफर हो चुके थे। इस मामले में भी पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला तो दर्ज किया है।

डॉक्टर के खाते से 93 हजार की चोरी

उसलापुर के डॉ. चंद्रप्रकाश करण का मोबाइल एक नवंबर को कार से चोरी हो गया। नया सिम लेने पर पता चला कि उनके खाते से 93 हजार रुपये यूपीआई के माध्यम से किसी अन्य खाते में ट्रांसफर कर दिए गए। डॉक्टर की शिकायत पर पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन अब तक मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई।

पुलिस की सुस्ती से बढ़ रहा चोरों का गिरोह

बिलासपुर में लगातार बढ़ रही इन घटनाओं के बावजूद, पुलिस केवल गुमशुदगी की रिपोर्ट लेने में रुचि दिखा रही है। कई पीड़ितों की शिकायतें साइबर सेल में लंबित हैं। चोरी के बाद यूपीआई खातों से रकम निकलने की घटनाएं चिंताजनक हैं, और पुलिस की सुस्ती के कारण चोरों का गिरोह बेखौफ होकर अपनी गतिविधियां जारी रखे हुए है।