पाकिस्तानी मीडिया में रविवार से हंगामा मचा हुआ है
कि भारत ने पाकिस्तान में चैंपियंस ट्रॉफी के लिए अपनी टीम भेजने से मना कर दिया है। हालांकि, बीसीसीआई की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन पाकिस्तानी मीडिया का दावा है कि बीसीसीआई ने आईसीसी को सूचित किया था और आईसीसी ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को जानकारी दे दी है कि भारत अगले साल पाकिस्तान में चैंपियंस ट्रॉफी में हिस्सा नहीं लेगा। पाकिस्तानी मीडिया का कहना है कि आईसीसी ने पाकिस्तान को इस बारे में लिखित जानकारी दी है।
इस खबर के बाद सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के लोग अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं
उनका मानना है कि पाकिस्तान को इसका कड़ा जवाब देना चाहिए। मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा है कि भारत के इस फैसले के बाद पाकिस्तान भी भारत से मैच खेलने से इनकार कर सकता है।
इस विषय पर पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख़्वाजा एम आसिफ़ ने जियो न्यूज़ से कहा, “हमें हर समय ध्यान रखना चाहिए कि भारत अपने प्रॉक्सी (छद्म संगठनों) के ज़रिए पाकिस्तान से जंग लड़ रहा है, जिनमें बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी, तहरीक-ए-पाकिस्तान तालिबान जैसे संगठन शामिल हैं।” उन्होंने आगे कहा, “हाइब्रिड मॉडल पर मुकाबले दुबई में हो सकते हैं या नहीं, इस पर मैं कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। मुझे ऑक्सफ़ोर्ड में कश्मीर मुद्दे पर एक कार्यक्रम में हिस्सा लेना था, लेकिन सभी भारतीयों ने उसमें अपनी भागीदारी रद्द कर दी थी।”
भारत पहले भी पाकिस्तान में खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त कर चुका है। 2009 में श्रीलंकाई टीम के पाकिस्तान दौरे पर आतंकवादी हमला हुआ था, जिसके बाद से सुरक्षा को लेकर मुद्दा बना हुआ है।
अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत हुसैन हक़्क़ानी ने लिखा है, “दक्षिण एशिया में जन्मे लोगों में से मैं उन कुछ लोगों में शामिल हूँ जो क्रिकेट नहीं देखते, लेकिन भारत और पाकिस्तान के बीच अच्छे संबंधों की वकालत करता हूँ। भारत ने अगले साल पाकिस्तान में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी में अपनी टीम न भेजने का फैसला किया है।”