लाहौर: पाकिस्तान के पूर्व कप्तान Babar Azam के खिलाफ रेप के मामले की सुनवाई लाहौर हाईकोर्ट ने 16 दिसंबर तक के लिए टाल दी है। इस मामले में पीड़िता हमीजा मुख्तार ने अदालत में दावा किया कि उनका बाबर आजम के साथ एक लंबा रिश्ता था और इस दौरान बाबर ने शादी का वादा करके उनका शारीरिक शोषण किया।
क्या हैं पीड़िता के आरोप?
पीड़िता ने अदालत में दिए गए अपने बयान में कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि:
- शादी का झांसा देकर बाबर ने किया शारीरिक शोषण
- पीड़िता ने दावा किया कि बाबर ने उन्हें गर्भवती कर दिया था।
- इसके बाद बाबर ने उन्हें गर्भपात कराने के लिए मजबूर किया।
- पीड़िता का आरोप है कि जैसे-जैसे बाबर का क्रिकेट करियर ऊंचाइयों पर पहुंचा, उन्होंने शादी करने का वादा तोड़ दिया।
गर्भपात और शोषण के आरोपों को साबित करने के लिए पीड़िता ने अदालत में मेडिकल डॉक्यूमेंट्स भी पेश किए हैं।
क्यों टली सुनवाई?
सुनवाई के दौरान, बाबर आजम के सीनियर वकील बैरीस्टर हारिस अजमत अदालत में उपस्थित नहीं हुए। उनकी जगह आए जूनियर वकील ने अदालत से सुनवाई टालने की गुजारिश की, जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया। अब इस मामले की अगली सुनवाई 16 दिसंबर 2024 को होगी।
एफआईआर दर्ज कराने में क्या अड़चन आई?
पीड़िता ने यह भी दावा किया कि जब उन्होंने बाबर के खिलाफ ब्लैकमेल और शारीरिक शोषण की शिकायत की, तो पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने से इनकार कर दिया। उनका आरोप है कि 2021 से उनकी शिकायत लंबित है और अब तक पुलिस ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की है।
बाबर आजम का क्रिकेट करियर
इस विवाद के बीच बाबर आजम अपने दक्षिण अफ्रीका दौरे पर हैं, जहां वह तीन टी20 इंटरनेशनल, तीन वनडे और दो टेस्ट मैचों की सीरीज में पाकिस्तान टीम का हिस्सा हैं। पहले टी20 मैच में पाकिस्तान को 11 रनों से हार का सामना करना पड़ा था, और बाबर आजम का प्रदर्शन चार गेंदों में शून्य का रहा था।