मेरठ (उत्तर प्रदेश): मेरठ के गंगानगर स्थित Romeo Lane रेस्टोरेंट में एक परिवार ने आरोप लगाया है कि उन्होंने शाकाहारी (वेज) खाना ऑर्डर किया था, लेकिन उन्हें रोस्टेड चिकन परोसा गया। इस घटना के बाद परिवार ने रेस्टोरेंट में हंगामा मचा दिया।
यह घटना शुक्रवार शाम की है और इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। परिवार ने गंगानगर थाने में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि रेस्टोरेंट के मुस्लिम स्टाफ ने जानबूझकर उनके धर्म को भ्रष्ट करने की कोशिश की।
क्या है पूरा मामला?
घटना गंगानगर के डाउन टाउन कॉम्प्लेक्स के Romeo Lane रेस्टोरेंट की है। शुक्रवार शाम, एक परिवार ने रेस्टोरेंट में शाकाहारी भोजन का ऑर्डर दिया था। जब खाना आया, तो परिवार ने उसे चिकन का पीस पहचान लिया। जैसे ही परिवार को अहसास हुआ कि यह शाकाहारी की जगह मांसाहारी डिश है, उन्होंने रेस्टोरेंट में हंगामा शुरू कर दिया।
परिवार ने आरोप लगाया कि रेस्टोरेंट के मुस्लिम स्टाफ ने जानबूझकर उन्हें मांसाहारी खाना परोसा ताकि उनका धर्म भ्रष्ट हो सके।
पुलिस में दर्ज की गई शिकायत
गंगानगर पुलिस स्टेशन में परिवार ने रेस्टोरेंट के स्टाफ के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने आरोप लगाया है कि यह काम जानबूझकर और योजनाबद्ध तरीके से किया गया था।
पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) राकेश कुमार मिश्रा ने कहा,
“मामले की जांच की जा रही है। प्रारंभिक जांच के बाद FIR दर्ज की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।“
पुलिस ने बताया कि घटना के संबंध में वीडियो भी सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
परिवार ने क्या कहा?
परिवार के सदस्यों का कहना है कि उन्होंने स्पष्ट रूप से शाकाहारी भोजन का ऑर्डर दिया था, लेकिन उन्हें चिकन परोसा गया। परिवार ने आरोप लगाया कि यह सिर्फ गलती नहीं बल्कि एक सुनियोजित साजिश थी। उनका दावा है कि रेस्टोरेंट के मुस्लिम स्टाफ ने धर्म भ्रष्ट करने के इरादे से ऐसा किया।
रेस्टोरेंट प्रशासन की सफाई
अब तक, रेस्टोरेंट प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, रेस्टोरेंट्स में अक्सर ऑर्डर मिक्सअप की घटनाएं होती हैं, जहां स्टाफ की गलती से वेज और नॉन-वेज ऑर्डर बदल जाते हैं। लेकिन इस मामले में धर्म भ्रष्ट करने के आरोप ने विवाद को और तूल दे दिया है।
View this post on Instagram
सोशल मीडिया पर मचा बवाल
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में परिवार को रेस्टोरेंट स्टाफ से बहस करते हुए देखा जा सकता है। इस मुद्दे ने सोशल मीडिया पर लोगों को दो गुटों में बांट दिया है। कुछ लोग परिवार के आरोपों का समर्थन कर रहे हैं, जबकि कुछ इसे गलती मानकर तूल न देने की सलाह दे रहे हैं।
नेटिज़न्स की प्रतिक्रियाएं
- “अगर जानबूझकर किया गया है, तो ये सख्त कार्रवाई का मामला है।”
- “ये सिर्फ एक गलती हो सकती है, लेकिन इसे धर्म से जोड़ना सही नहीं है।”
- “हर बार गलती को धार्मिक मुद्दा बना देना ठीक नहीं है।”
पुलिस का बयान
एसपी (ग्रामीण) राकेश कुमार मिश्रा ने कहा,
“शिकायत दर्ज कर ली गई है और पूरे मामले की जांच की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद FIR दर्ज की जाएगी और आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।“
क्या है कानूनी पक्ष?
भारतीय कानून के तहत, किसी भी व्यक्ति की धार्मिक भावनाओं को आहत करना धारा 295A के तहत अपराध माना जाता है। यदि यह साबित हो जाता है कि किसी व्यक्ति ने जानबूझकर किसी के धर्म का अपमान किया है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।
क्यों बढ़ रहे हैं ऐसे मामले?
- ऑर्डर मिक्सअप: अक्सर रेस्टोरेंट में वेज और नॉन-वेज ऑर्डर मिक्स हो जाते हैं।
- धार्मिक भावनाएं: भारत में भोजन और धर्म का गहरा जुड़ाव है। किसी व्यक्ति के धर्म का उल्लंघन करना संवेदनशील मुद्दा बन जाता है।
- सोशल मीडिया का प्रभाव: अब हर घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो जाता है, जिससे विवाद बढ़ता है।
क्या हो सकता है आगे?
- पुलिस कार्रवाई: पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। यदि आरोप साबित होता है, तो रेस्टोरेंट स्टाफ पर धारा 295A के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है।
- रेस्टोरेंट की सफाई: रेस्टोरेंट प्रशासन इस पर आधिकारिक बयान जारी कर सकता है और मामले को सुलझाने की कोशिश कर सकता है।
- धर्म और भोजन विवाद: इस मामले ने एक बार फिर भोजन और धर्म के संबंधों पर बहस छेड़ दी है।