अगर आप दीर्घायु और स्वस्थ जीवन जीने की इच्छा रखते हैं, तो घर के बने खाने को प्राथमिकता दें। स्वास्थ्य विशेषज्ञ बार-बार यही सलाह देते हैं कि घर का बना खाना खाने से न केवल स्वास्थ्य लाभ होता है बल्कि कई गंभीर बीमारियों, जैसे कि कैंसर का खतरा भी कम होता है। हाल ही में फ्लिंडर्स यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं द्वारा की गई एक अध्ययन से पता चला है कि अस्वास्थ्यकर खाद्य पदार्थों का सेवन करने से डाइजेस्टिव कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
इस शोध में पाया गया कि रेड मीट, प्रोसेस्ड मीट, फास्ट फूड, शुगरी ड्रिंक्स और शराब जैसे खाद्य पदार्थों का अत्यधिक सेवन करने से गैस्ट्रिक कैंसर के विकास की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि पिज्जा, बर्गर, मोमोज, चाऊमीन जैसे फूड्स का अधिक सेवन न केवल शरीर में सूजन बढ़ा सकता है, बल्कि आंत्र कैंसर के जोखिम को भी बढ़ा सकता है।
शोधकर्ताओं ने सुझाव दिया है कि 50 वर्ष से कम उम्र के लोगों में बढ़ते आंत्र कैंसर के मामलों को देखते हुए आपको अपनी डाइट में फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन बढ़ाना चाहिए और खाने की आदतों में सुधार करना चाहिए। स्वस्थ वसा और सब्जियों का सेवन, शुगर और शराब का कम सेवन, और फल, सब्जियां, साबुत अनाज, मछली, फलियां और डेयरी प्रोडक्ट्स का अधिक सेवन करने से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है।
इस अध्ययन से यह भी पता चलता है कि फाइबर से भरपूर खाद्य पदार्थ आंत के अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं, जो सूजन को कम करने और जीआई कैंसर के रिस्क को कम करने में मदद करते हैं। अपने आहार में इन खाद्य पदार्थों को शामिल करना आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।